भगवान तुम्हारा ध्यान धरूं
लय - भगवान तुम्हारे चरणों में
रचियता - मुनिश्री राकेश कुमारजी
भगवान तुम्हारा ध्यान धरूं
महावीर तुम्हारा ध्यान धरूं
अन्तर-आत्मा का ज्ञान करूं
1. हर सांस गीत बने मेरा, हर चरण जीत बने मेरा ।
आनन्द सुधा का पान करूं, भगवान तुम्हारा ध्यान धरूं l l
2. मिटे निराशा का घेरा, हो सदा प्रफुल्लित मन मेरा ।
समता सरिता में स्नान करूं, भगवान तुम्हारा ध्यान धरूं l l
3. चाहे फूल खिले पथ में, हो तीखे शूल भले पथ में ।
संयम रथ पर प्रस्थान करूं, भगवान तुम्हारा ध्यान थरूं l l
4. भार नहीं उपहार बने, यह जीवन सुख का द्वार बने ।
क्षण - क्षण का मेें सम्मान करूं, भगवान तुम्हारा ध्यान धरूं l l
5. फल का आग्रह नहीं करूं, 'राकेश' सहज कर्त्तव्य करूं ।
आत्मिक बल का उत्थान करू, भगवान तुम्हारा ध्यान धरूं l l
October 27,2022 / 3:00 PM
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