महावीर का नाम मंगल
लय : कैसे हो कल्याण
रचयिता : मुनि सुमेरमलजी 'सुमन'
महावीर का नाम मंगल मंगल है ।
ले लो प्रभु का नाम मंगल मंगल है ।
1. त्रिशला के लाल दुलारे, सिद्धारथ कुल उजियारे ।
भक्तों के भाग्य-सितारे, बिहार भूमि के प्यारे ।
स्थान वह मंगल है ।।
2. संयम के पथ पर आए, कष्टों से नहीं घबराए ।
दिल में इकतारी लाए, वे परम ज्याति को पाए ।
दिवस वह मंगल है ।।
3. सुन सच्ची शिक्षा पाते, लाखों को पार लगाते ।
पापी जन भी तर जाते, जो चरणों में आ जाते ।
उसी के मंगल है ।।
4. तेरे दर्शन में मंगल है, तेरी वाणी में मंगल है ।
तेरी नजरों में मंगल है, तेरे चरणों में मंगल है ।
नाम में मंगल है ।।
5. तेरा प्रतिपल जाप करेगा, वह संकट दूर करेगा ।
तेरा प्रतिपल ध्यान धरेगा, वह आत्मानन्द वरेगा ।
'सुमन' के मंगल है ।।
October 03,2022 / 12:43 AM
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