शान्ति विधायक
लय - केम बिसारुं
रचयिता - साध्वीश्री फूलकुमारीजी, लाडनूं
शान्ति विधायक शान्ति जिनेश्वर, प्रात : मैं उठ कर ध्याऊं ।
मन री मलिनता दूर करी नै, पावन मैं बण ज्याऊं ।।
1. शान्ति नाम बड़ो सुखकारी, दुःख - दुविधा कट ज्यावै सारी ।
थारै नाम तणो में प्रभुवर ! कांई प्रभाव बताऊं l l
2. भूत, पिशाच, राक्षस - किन्नर, डाकण साकण आदि भंयकर |
टिक नै सकै थांरै नाम रै आगै, स्तवना तो कांई मैं गाऊं l l
3. पर - गुण लख कर मोद मनाऊँ , आतम रा अवगुण दूर भगाऊँ ।
बस आ क्षमता पाकर जिनवर, जीवन ज्योति जगाऊं l l
4. तनड़ै से नश्वर सगपण तोडूं, आतमा स्यूं शाश्वत प्रीति मैं जोडूं ।
ममता, मोह, माया अरु मद स्यूं, मुक्ति मैं जलदी पाऊं l l
5. मन मन्दिर में भगवन आओ, तन्मयता रो दीप जलाओ ।
शान्ति - शान्ति री मस्ती में, शान्त-मना बण जाऊं l l
October 28,2022 / 10:15 PM
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