December 09,2022 || 4:57 PM || 209 /

Shaasan Kalpataroo Utaryo शासन कल्पतरू उतर्यो (Jain Bhajan)

 

शासन कल्पतरू उतर्यो

लय - उतस्या ज्योति चरण 
रचयिता - आचार्यश्री तुलसी

 

शासन कल्पतरू उतर्यो मोहरां रो चरू,
राखो राखो रखवाली । 

 

बाबै भिक्खू रो उपगार, मानां जीवन भर आभार, 
ज्यांरी सांवरी सूरत तेरापंथ से आधार ॥

 

अलबेलो शासण आपां रो, सारां रै मनभावणो, 
मनहारो प्राणां स्यू प्यारो लागे घणो सुखवणो । 
इणरी ऊजली आभा स्यं लेवां जीवन उजार ॥

 

माता - पिता सो आसरो, ओ नन्दनवन - सो वास है,
आश्वासन है दुबलां से, सवळा से विश्वास है। 
अनुपम शीतधस्सो हे बप्यो सब ऋतुवां में सुखकार ॥

 

गण आपां से आपा गण रा, ओ आछो अनुबन्ध है, 
धागेे में पिरोयी माळा, सारिसो संबंध है।
युवकां बालको भायां बायां में जागे ए संस्कार ॥

 

एक है आचार, एक आचारज री आण है, 
एक ही विचार एक कायदो रू काण है। 
अपने एकता ही एकता से सारो कारोबार ||

 

आण - काण लोप करेें,शान अपनी सांवळी,  
साथ और श्रावकां में, बात  करै बावळी । 
उणने 'रीड़ी वाला सेठिया से जाब जोरदार ॥

 

संघ री शालीनता में लीनता है राखणी, 
बारीकी स्यूं झांक आंख, पूरी - पूरी राखणी ।
'मेहता बाववाला ऊमजी से आंकल्यो आचार ॥

 

आसथा पर आंच, श्रद्धाशील किंया आण दै,
ऐर - गैर बात ऊपर ध्यान कियां जाण दै l
इण में 'पटवाजी' से पोज आवै सामने साकार I

 

'आचळियेे री आस्था रू पन्नै' री मरदानगी, 
'गोठीजी' से ज्ञान 'भंवरो' वीरता री बानगी । 
'हनुमंत' री इकतारी, दफ्तरी सो थार - फार ॥ 

 

भगती 'दुगड़ दूलजी' री, 'वादरिये' री बादरी,
'विरथोजी जीरावाला' री, वेस बड़ी पाथरी । 
'चन्दूबाई' री चतुराई आवे याद बारम्बार ||

 

आपणो है काम एक केन्द्र नै आराथणो, 
एक तान एक ध्यान, राधा-वेध साधणो । 
शेष सारी बाता गौण, चाहे लाख हो हजार ||

 

उतरती आलोचना सुणवानें बहरा कान हो, 
उतरती पड़ती करवाने बन्द ही जवान हो । 
आपां खैरखवा रहवां, आतूं पहर खबरदार ||

 

अपछंदा अवनीत श्रावका - श्राविका या साथ हो, 
'जय जिनेन्द्र' दूर स्यू, आ आपणी मरयाद हो ।
 तोड़ देणी है तुरंन्त जिल्हा बंदी री कतार ||१२||

 

आ है 'कामधेनु' गाय, देख्यां लागे सोहणी, 
ओ है रत्ना से भंडार, वणणो रखिया रोहिणी, 
ओ है आम्र - कुंज 'तुलसी छाया शीतल सुप्यार |
आ है द्राक्षा - कुंज, 'तुलसी' छाया शीतल सुप्यार ॥

 



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Acharyashree Tulsii आचार्यश्री तुलसी

December 09,2022 / 4:57 PM


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